हेल्लो दोस्तों! आप सब तो या फिर ज्यादातर तो मुझे जानते ही हैं पर जो मुझे नहीं जानता तो मैं बता देता हूँ, मेरा नाम गुरमीत सिंह है याद आया या नहीं। कोई नहीं अगर याद नहीं आया तो मैं बता दूँ, मैं आपके साथ ही पीसीटीआई में पढता हूँ या आप यूं कह सकते हैं कि मैं बस क्लास ही लेने आता हूँ पढना कहना थोड़ा अलग है। मैं आपसे कुछ ज्यादा बडा नहीं बस आठ या नौ साल ही बड़ा हूंगा। शायद आप मेरी बात पढ़कर हँस रहें होंगे कि मैं आपसे बड़ा होकर भी आपके साथ आपकी ही तरह पढ़ता हूँ, पर देखा जाए तो मेरी उम्र का मुझ पर कोई फर्क नहीं पढ़ता यही वजह है कि मैं आज भी आपके साथ पढाई कर रहा हूँ। चलो मेरे बारे में तो बहुत बात हो गई मैं कुछ और बताता हूँ।
ब्लॉग्गिंग की शुरुआत
मैंने आज ही 01-अक्टूबर-2020 को ये ब्लॉग्गिंग की वेबसाइट बनाई है कुछ जिंदगी के अपने अनुभव के बारे में बताने के लिये जो आपको ज़रुर पसंद आयेंगे, ब्लॉग्गिंग से पैसे कमाना मेरा कोई उद्देश्य नहीं है। मैं इस ब्लॉग्गिंग के जरिए आपको जिंदगी की कुछ सच्चाई के बारे में बताना चाहता हूँ जो मुझे खुद काफी सालों बाद पता चले, और जहाँ तक मेरा मानना है कि आप आज भी जिन्दगी की उन सच्चाई को नजरअंदाज कर इधर उधर भाग रहें हैं कि कहीं आपको खुशी मिले, पर खुशी किसी की जेब में तो नहीं होती जो किसी को दे दी जाए और दूसरा व्यक्ति खुश हो जाए, तो कोई और किसी नौकरी करने के पीछे भाग रहा है कोई किसी और चीज़ के पीछे भाग रहें हैं पर आप लोगो ने कभी सोचा है कि हम भाग क्यूँ रहें हैं क्या पैसा कमाना ही एक मकसद है क्या, या पैसे के द्वारा ही आप अपनी सारी समस्या खत्म कर सकते हैं। क्या आपने सच में इन चीज़ों के बारे मैं सोचा है या क्या आपने अपने विश्वास पर कभी प्रशन किया है कि हम जो इन बातों में विश्वास करते हैं वो विश्वास वास्तव में सही हैं या ये विश्वास किसी और ने हमे दे रखे हैं और इन्हें हम अपने विश्वास मान बैठे हैं कभी इस तरह का प्रशन आपने किया है।
मैं आपको आपके ही विश्वास प्रणाली के बारे में बताऊंगा कि सच में ये विश्वास कुछ ज़रूरी हैं भी या नहीं, और बहुत कुछ जैसे आप स्पेशल नहीं हो या बहुत सी सामान्य सी बात आपको आपके मोटीवेशनल गुरु द्वारा बड़ा चढ़ा कर बताई जाती है, के बारे में गहराई से बताऊंगा कि सच में ये बात इतनी असामान्य है कि इनका अलग से बताया जाता है क्या वो हमें सच में प्रेरित करते हैं।
इस तरह के सवालों के जबाव आप यहाँ से मीट 2 रियलिटी से पा सकते हैं, बाकी आपकी जिंदगी है जैसे चलाना चाहते हो चलाओ मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, लेकिन कभी दिल में कोई सवाल आये तो पूछ लेना मैं आपको आपका जबाव ढूँढने कि कोशिश करूँगा।
धन्यवाद!
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